बेरला में अंतर्विभागीय शिविर: महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा योजनाओं की जानकारी और लाभ वितरण*
मिशन शक्ति अंतर्गत विशेष अभियान*
*दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा* – महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मिशन शक्ति विशेष अभियान के अंतर्गत बीते शुक्रवार को बेरला के नगर पंचायत भवन में एक अंतर्विभागीय शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को उनके अधिकारों और उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जागरूक करना था। शिविर में महिला एवं बाल विकास विभाग के अलावा श्रम विभाग, समाज कल्याण विभाग, और रोजगार पंजीयन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। बेरला परियोजना के अंतर्गत इन विभागों की योजनाओं का लाभ उठाने वाले लाभार्थियों ने शिविर में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई, जैसे कि महिलाओं के लिए स्वरोजगार योजनाएँ, बाल संरक्षण संबंधी योजनाएँ, और समाज के कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ। कार्यक्रम के दौरान श्रम विभाग द्वारा मजदूरों के लिए संचालित योजनाओं के बारे में बताया गया, जिसमें उन्हें विभिन्न सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया समझाई गई। समाज कल्याण विभाग ने वृद्धावस्था पेंशन, विधवा पेंशन, और दिव्यांगजन के लिए उपलब्ध योजनाओं के बारे में जानकारी दी। वहीं, रोजगार पंजीयन विभाग ने बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया पर चर्चा की और मौके पर ही कई युवाओं का पंजीकरण भी किया गया।
इस शिविर के माध्यम से उपस्थित लाभार्थियों को विभागीय योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी दी गई और उनकी समस्याओं का समाधान किया गया। साथ ही, महिला एवं बाल विकास विभाग ने महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा, पोषण, और शिक्षा के बारे में विशेष जानकारी प्रदान की। *
*शिविर के सफल आयोजन के बाद लाभार्थियों ने इसे अत्यंत उपयोगी बताया और विभागों के अधिकारियों की सराहना की। इस तरह के शिविरों से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ती है, बल्कि जरूरतमंद लोगों को सरकारी योजनाओं का सही लाभ मिल पाता है। मालूम हो कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने ‘मिशन शक्ति’ योजना के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। भारत सरकार ने 15वें वित्त आयोग की अवधि 2021-22 से 2025-26 के दौरान कार्यान्वयन के लिए महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षा और सशक्तिकरण के लिए विशिष्ट योजना के रूप में ‘मिशन शक्ति’ के नाम से एकीकृत महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम शुरू किया है। ‘मिशन शक्ति’ के मानदंड 01 अप्रैल 2022 से लागू है। ‘मिशन शक्ति’ मिशन मोड में एक योजना है जिसका उद्देश्य महिला सुरक्षा, संरक्षा और सशक्तिकरण के लिए समर्थन को मजबूत बनाना है। यह योजना संपूर्ण जीवन चक्र में महिलाओं को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर विचार करने और उनके जीवन में बदलाव लाएगी तथा उन्हें नागरिक-स्वामित्व के माध्यम से राष्ट्र-निर्माण में समान भागीदार बनाएगी। इस तरह यह योजना सरकार की “महिलाओं के विकास” की प्रतिबद्धता को साकार रूप देगी। योजना के तहत महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने, हिंसा और खतरे से मुक्त माहौल में अपने मस्तिष्क और शरीर के बारे में स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने को प्रेरित किया जाएगा। योजना के तहत महिलाओं पर देखभाल के बोझ को कम करने और कौशल विकास, क्षमता निर्माण, वित्तीय साक्षरता, सूक्ष्म ऋण प्राप्त करने तक उनकी पहुंच बढ़ाकर महिला श्रम बल की भागीदारी को बढ़ाने का भी प्रयास किया जाना है। उक्त शिविर में परियोजना अधिकारी विद्यानंद बोरकर एवं समस्त पर्यवेक्षक परियोजना बेरला, परियोजना समन्वयक चाईल्ड लाईन (सी.एच.एल.) राजेन्द्र चंद्रवंशी एवं टीम, श्रम विभाग से श्रम कल्याण निरीक्षक आलोग यादव, सहयोगी दीपक, समाज कल्याण विभाग के प्रतिनिधि परसराम ध्रुव एवं रोजगार पंजीयन प्रतिनिधि, सखी वन स्टॉप सेंटर से परामर्शदाता श्रीमती लक्ष्मी वर्मा, केस वर्कर श्रीमती सरिता शर्मा, सी.एच.एल. से पर्यवेक्षक करिश्मा परवीन, केस वर्कर श्रीमती हीना साहू उपस्थित थे।