नवगाढ में भव्य रूप से हर्षोल्लास के साथ मनाया गया गुरु बालकदास जयंती, गुरु के संदेशो को किया आत्मसात
समाज को शिक्षित और सबल बनाने युयाओं को चढ बढ ले अपना भागीदारी.
- गुरू पद अपने आप में ही पवित्र है समाज विश्वास रखे हर समस्या का होगा समाधान गुरू का आशिष मिलता रहेगा – गुरु सोमेश बाबा
दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा/नवागढ़ – सतनाम धर्म की प्रवर्तक प्रातः स्मरणीय परम पूज्य महान संत शिरोमणि बाबा गुरु घासीदास जी के द्वितीय पुत्र महान प्रतापी बलिदानी राजा गुरु बालक दास की 223वीं जयंती नवागढ़ सतनामी समाज के नेतृत्व में नवागढ़ थाना के ठीक सामने जोड़ा स्तंभ सतनाम भवन में सतनामी समाज के वरिष्ठ जनों की गरिमा में उपस्थिति में प्रदेश स्तरीय राजा गुरु धर्म गुरु गुरु बालक दास साहेब का जयंती मनाया गया l कार्यक्रम के प्रारंभ में सर्वप्रथम बाबा गुरु घासीदास जी की प्रतिमा के समक्ष राजा गुरू धर्म गुरु बालकदास साहेब जी गुरु गद्दीनसीन गुरुद्वारा भंडारपुरी धाम व जीवतारणहार गुरू गुरू सोमेश बाबा जी संस्थापक -सतनाम आध्यात्मिक शक्ति परिवार अध्यक्ष कुआं खुडियाडिह बोड़सरा धाम मेला विकास समिति तथा युवराजगुरु गुरु सौरभ साहेब जी प्रदेशाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ अखिल भारतीय सतनाम सेना ने प्रातः स्मरणीय परम पूज्य महान संत बाबा गुरु घासीदास जी व जोड़ा जय स्तम्भ की पूजा अर्चना कर श्री फल चढ़ाकर कार्यक्रम की शुरुआत हुई। गुरु ने अपने आशीर्वाद वचन में समाज को संदेश देते हुए उच्च शिक्षा, तथा समाज को एकजुट रहने के साथ-साथ सतनाम व जौडा जयस्तंभ पर आध्यात्मिक शक्ति का विश्वास को अटल रखने की बात समाज के संतों को अपनी एकरूपता दिखाने के लिए बात कही साथ ही ध्यान करते हुए समाज के आए संतों महंतों भंडारी साथी दरों को सत्य पुरुष की अपार शक्ति को महसूस कराया साथ ही घर में प्रतिदिन इस तरीके की दैनिक योग साधना स्वरूप में गुरु स्मरण करने की क्रिया को गुरु अपने मुखारविंद से संतों को आशीर्वचन दिया ।
डीजे पर पंथी के धुम ने थिरकते समाज के युवाओ की टोली नवागढ़ रेस्ट हाउस से पंथी दल तथा अखाड़ा व डी जे में पंथी धुन में थिरकते समाज के युवाओं की टोली महिलाओं के द्वारा आरती भजन करते हुए राजा गुरु धर्म गुरु बालदास साहब जी एवं जीव तारण हारी गुरु सोमेश बाबा जी व युवराज गुरु गुरु सौरभ साहब को स्वागत सम्मान करते हुए पंथी मेंंथी रखते अखाड़ा का प्रदर्शन करते चौक चौराहे होते हुए कार्यक्रम स्थल पहुंचा।
सफेद वस्त्र और सिर पर पगड़ी साजे गुरु हुए गुरू गद्दी में विराजमान
पुरे भारत वर्ष से सतनामी समाज के प्रमुख जन, राजमहंत, जिलामहंत, ब्लॉक महंत, सेक्टर महंत, अठगवा महंत, भंडारी , साटीदार, पंच प्रमुख सियान, राजनेता, मंत्री, विधायक, जिला पंचायत, जनपद, सरपंच, पंच, एवं समस्त पत्रकार, मीडिया, एलेट्रोनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया,सोशल मीडिया,के सभी साथी गण,अधिकारी,कर्मचारी, शिक्षक,डॉक्टर,वकील,गायक,कवि, कढ़ियार,अखिल भारतीय सतनाम सेना के, समस्त पदाधिकारी गण, सतनाम अध्यात्मिक परिवार के समस्त पदाधिकारी गण , युवा साथी गण , महिलाए एवं बच्चे समस्त सतनामी समाज के समस्त संत जन,सहित सतनाम सेना के नवजवान सिपाहियों की तैनाती के साथ में महिलाओं बच्चों युवा और बुजुर्गों के अलावा समाज के सैकड़ों की संख्या में सतनामी समाज ही नहीं वरन सभी समाज के लोग उपस्थित होकर के गुरु वचन को सुना और उनके वचनों को आत्मसात करते हुए राजा गुरु बलिदानी गुरु बालक दास गुरु जी का जयंती के शुभ अवसर पर आकर गुरु आशीष लिया और एक दूसरे को बधाई दी। साथ ही बड़ी संख्या में सतनामी समाज के वरिष्ठ जनों का गरिमा में उपस्थित में कार्यक्रम आयोजित हुई l