*दैनिक मूक पत्रिका रायपुर* – लोगों को साक्षर बनाने से ही देश का विकास होता है। जब लोग साक्षर होगें तो वे अपने और देश के बारे में सोंच सकेगें। इसलिए लोगों को साक्षर करने के काम को अभियान के रूप में ले। सब अपने आस के ऐसे लोग साक्षर नहीं है, उनको उनके कार्यस्थल या उनके निवास स्थान पर खाली समय में जाकर साक्षर करें। उन्हांेने कहा कि साक्षरता ऐसी है जैसे मनुष्य के जीवन में सांस। उक्त बातें शुक्रवार को डाइट कार्यालय में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण नवभारत उल्लास साक्षरता कार्यक्रम के दौरान जिला साक्षरता मिशन के उपाध्यक्ष एवं जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप ने कही।
उन्हांेने कहा कि कार्यक्रम में उपस्थित कुशल प्रशिक्षकों और संकुल प्रभारियों को कहा कि साक्षरता के काम को अभियान के रूप में ले। ताकि जिले के हर व्यक्ति साक्षर हो। इस दौरान उन्होने बताया कि 15 वर्ष के ज्यादा उम्र वाले 30 हजार लोगों को साक्षर करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। साथ ही उन्होंने मास्टर ट्रेनरों और संकुल प्रभारियों को चिन्हित करने को भी कहा। कार्यक्रम के दौरान साक्षरता मिशन के सभी शिक्षकों को मास्टर ट्रेनरों के द्वारा प्रशिक्षित किया गया। वहीं शिक्षकों के लिए उल्लास मेले का आयोजन किया गया था। जिसके माध्यम से मौजूद शिक्षको ने उपाध्यक्ष विश्वदीप को बताया कि लोगों को कैसे शिक्षित किया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में मौजूद सभी को उल्लास शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम के दौरान साक्षरता मिशन की संयोजक श्रीमती डॉ कामिनी, सह संयोजक चुन्नीलाल शर्मा सहित जिले के सभी सक्षरता मिशन के मास्टर ट्रेनर और संकुल प्रभारी उपस्थित थे।