आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, कहा कि शासन सर्वे सर्वे कराए या फिर सिर्फ़ आंगनबाड़ी का कार्य कराये*
*दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा* – जिलेभर के सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका बीते मगंलवार को कलेक्टोरेट कार्यालय पहुंचे। जहाँ बीएलओ व कार्यकर्ताओं से डोर टू डोर ओबीसी सर्वे रखने जारी आदेश का विरोध किया है और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बजाए अन्य लोगों से सर्वे कराए जाने को लेकर ज्ञापन सौंपा है। वही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा की कार्यकर्ताओं से आंगनबाड़ी संचालन के अलावा शासन की ओर से निर्वाचन कार्य मतदाता सूची में नाम जोड़ने, काटने, महतारी वंदन योजना, सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खुलवाने एवं पोषण आहार सप्ताह जैसी अनेक कार्य कराई जा रही है।इसके बाद ओबीसी सर्वे का भी आदेश जारी हुआ है।जिससे कार्यकर्ताओं के सामने वर्कलोड की समस्या खड़ी हो गई है।साथ ही ओबीसी सर्वे 52 कॉलम में जानकारी भरनी है.।जिसमें कई कार्यकर्ताओं को टेक्निकल नालेज की समस्या है। साथ ही अधिकतर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आठवीं तक पढ़ाई किए हैं । आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कहा कि अगर शासन सर्वे कराना चाहती है तो सर्वे कराए या फिर सिर्फ़ आंगनबाड़ी का कार्य कराई जाए।इन्ही समस्या को लेकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर समस्या समाधान करने मांग किया है।
*6 सालों से नहीं बढ़ा मानदेय, एक ही तनखा पर कार्य करने मजबूर, जूझ रहे आर्थिक संकट से*
कलेक्टर को सौंपी आवेदन में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए उल्लेख किया है कि सरकार के द्वारा जो मानदेय राशि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को दी जाती है उसमें परिवार की खर्च चलने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है ऐसे में हम लोगों को विभिन्न प्रकार के शासकीय कार्य करने होते हैं जिनके वजह से हम अपनी आंगनबाड़ी संबंधी कार्य को भी सुचारू रूप से कर नहीं पाते हैं, वहीं शासन के द्वारा जो मोबाइल सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कार्य करने के लिए दिया गया था वह एक साल चलने के बाद खराब हो जाने पर कोई संधारण नहीं हो पाया है ऐसे में हम अपने निजी मोबाइल के जरिए शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं को सुचारू रूप से कार्य कर रहें हैं।