*छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन प्रतिनिधि संगठन अपनी 4 सूत्री मांगों को लेकर रहे हड़ताल पर*
कलम बंद- काम बंद हड़ताल, कामकाज प्रभावित
*दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा* – छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन प्रतिनिधि संगठन बीते शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्थित तहसील कार्यालय के पास अपनी चार सूत्री मांगों के साथ एकदिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर कलम बंद, काम बंद हड़ताल के तहत धरना प्रदर्शन किए और कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर शासन प्रशासन को ध्यान आकृष्ट कराया। जिले में चले एक दिवसीय हड़ताल के चलते बीते शुक्रवार को जिले के तमाम शासकीय कार्यालय में काम प्रभावित रहा, लोग अपनी विभिन्न कामों को लेकर विभाग के अधिकारी कर्मचारियों का पूरा दिन बाट जोहते रहे। वहीं दूसरी और धरना प्रदर्शन स्थल पर प्रदेश के शासकीय सेवकों को देय तिथि से महंगाई भत्ता लंबित एरियर्स सहित अन्य ज्वलंत मुद्दों का त्वरित निराकरण करने शासन से गुहार लगाते रहे।
बता दे कि 28 जुलाई 2024 को छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आयोजित बैठक में शासन के उपेक्षा पूर्ण रवैये का लोकतांत्रिक विरोध करते हुए चार सूत्री मांगों की ओर शासन का ध्यान आकृष्ट करने के लिए “झन करव इनकार, हमर सुनव सरकार माँग बैनर के तहत चरणबद्ध आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है और अपनी चार सूत्री मांगों के साथ प्रथम चरण में 6 अगस्त 2024 को इंद्रावती भवन संचनालय से मंत्रालय तक मशाल रैली का आयोजन, ड्यूटी चरण में 20 अगस्त 2024 से 30 अगस्त 2024 तक क्षेत्रीय विधायकों एवं सांसदों को मांग पूर्ण आवेदन के माध्यम से ध्यान आकृष्ट करने तथा तीसरे चरण में 11 सितंबर को जिला ब्लॉक एवं तहसील मुख्यालय में मशाल रैली निकालकर अपनी मांगों को शासन प्रशासन के समक्ष रखने का कार्य संगठन के द्वारा किया गया किंतु शासन प्रशासन की इस ओर तनिक भी ध्यान नहीं देने के चलते फिर एक बार चौथे चरण के रूप में बीते शुक्रवार को जिला मुख्यालय स्तर पर सामूहिक अवकाश लेकर कलम बंद काम बंद हड़ताल के तहत धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। सोफे आवेदन में संगठन ने उल्लेख करते हुए लिखा है कि छत्तीसगढ़ सरकार
उक्त मांगों के समाधान नहीं करती है तो फेडरेशन अनिश्चितकालीन आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा प्रदेश के कर्मचारियों को “मोदी की गारंटी” के तहत उक्त मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा आंदोलन के माध्यम से लगातार शासन-प्रशासन से पत्राचार किया जा रहा है। मांगे निराकरण हेतु त्वरित कार्यवाही नहीं होने के कारण प्रदेश के कर्मचारी-अधिकारी काफी आक्रोशित हैं। जिसमे 4 सूत्रीय मांग में (1) केंद्र के समान 4% डी ए जनवरी 2024 से एरियर्स सहित साथ 2019 से डी ए / एच आर ए एरियर की राशि GPF खाता में समायोजन हो (2) समय मान वेतन मान (3) मध्यप्रदेश की भांति 240 अवकाश नगदीकरण 300 दिन का हो। हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन मे मुख्य रूप से अश्वनी बेनर्जी सयोजक कर्मचारी अधिकारी फ़ेडरेशन जिला बेमेतरा, नानक साहू महासचिव, बलदाऊ पटेल उपसयोजक, बोधी राम निषाद जिलाध्यक्ष पटवारी संघ, श्रीमती सविता ठाकुर विनोद वैष्णव श्रीमती राजपूत श्रीमती किरण सोनी सिद्धार्थ चतवारे, योगेंद्र भार्गव, श्रीमति सुषमा ठाकुर, लाकेश्वरी पदमाबाई के के तिवारी आर के वर्मा रोमन जायसवाल के एस परते कमलेश शर्मा सेउक राम साहू जी एल खुटियारे सुधीर हरि श्रीवास्तव सुरेंद्र पटेल मुरारी भुवाल हितेंद्र सिन्हा धर्मेंद्र शर्मा, राजेश ठाकुर शैलेन्द्र जायसवाल नलेश्वर साहू महेश्वर श्रीवास सनत वैष्णव बिरेन्द्र यादव सोहन साहू संजय मानिकपुरी अनिल जांगड़े रामकुमार डडसेना ईश्वरी घृतलहरे रामकुमार टंडन राजेश यादव तोप सिंह पटेल एवं समस्त विभाग के पदाधिकारी गण एवं कर्मचारी अधिकारी सैकड़ो की संख्या मे उपस्थिति उपस्थित रहे l