*धरना प्रदर्शन के पांचवें दिन भी बारिश में डटे रहे ग्रामीण, एथेनाल प्लांट बंद कराने को लेकर प्रदर्शन जारी*
बारिश भी हौसला नहीं तोड़ पाई प्लांट बंदी अभियान को, धरना प्रदर्शन स्थल पर बारिश में भीगते घंटों बैठे रहे ग्रामीण*
*दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा* – एथेनाल प्लांट को बंद कराने के लिए ग्रामीण लगातार धरना प्रदर्शन में बैठे हुए हैं, इस दौरान धरना प्रदर्शन के पांचवें दिन हुई बारिश भी इस अभियान को नही रोक पाई।बारिश में भीग कर भी लोग धरना स्थल पर डटे रहे।ट्रेक्टर में भरकर हर दिन आस पास के गांव से लगातार ग्रामीण अपनी भागीदारी देने पहुंच रहे है। आंदोलन करियों को पांच दिन गुजर जाने के बाद भी शासन प्रशासन की निष्क्रियता और आंदोलन रत किसानो के मांग को अनसुना करने की रणनीति से किसान लगातार उत्तेजित हो रहे है।आंदोलनरत को लोगों को ऐसा लग रहा है की शांति पूर्ण की बात कह कर प्रशासन जनता को बेवकूफ बना कर उन्हे गुमराह कर रहा है, और उद्योगपति को मदद कर रहा है।कलेक्टर भी अपने वादा निभाने में अभी तक असफल रहे है।और अपने कहे अनुसार अभी तक जांच टीम तक गठित नही कर पाए हैं।इस बीच एक ओवर लोड टिप्पर जो प्लांट जाने का प्रयास कर रही थी,प्रदर्शन करियों ने रोक कर,उपस्थित पुलिस वालों से कार्यवाही करने आग्रह किया,परंतु,पुलिस वालों ने एकबार फिर लापरवाही पूर्वक उस टिपर को भगा दिया।विधायक के धरना स्थल पर नहीं आने से भी लोग नाराज दिखाई पड़े ,जहां शासन प्रशासन आंदोलनकारियों को झुका कर आंदोलन तोड़ने के रूप में काम करते दिख रही तो वही आंदोलनकारी तू डाल डाल तो मैं पात पात की तर्ज पर दिन प्रतिदिन प्रदर्शनकरियों की संख्या बढ़ने लगी है।लगातार पांचवे दिन प्रदर्शन करियों की संख्या बढ़ती दिखी।प्रदर्शनकारी नीत शासन प्रशासन पर तंज़ भी कसते उलाहना भी दे रहे है वहीं शासन प्रशासन पर उद्योगपतियों के हाथो बिकने का भी आरोप लगा रहे है।प्रति दिन दो बजे के बाद से लगातार भिड़ बढ़ रही है।शीघ्र ही धरना स्थल पर बड़ी बड़ी हस्तियों के भी आने की संभावना बन रही।आंदोलन के लिए उपस्थित जनसमूह की ओर से आर्थिक सहयोग भी मिल रहा है।जिससे इस आंदोलन के सक्रियता और समर्थन को ताकत मिल रही है।*