*एक के बाद एक पांच ग्रामीणों को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार करने पर आंदोलनकारी आक्रोशित, पुलिस पर लगाया आरोप*
*आधे आंदोलनकारी धरना स्थल पर आधे न्यायालय मे, अनुविभागीय अधिकारी का रवैया भी अत्यधिक निराशजनक है*
*उघोगपति के इशारे पर निर्दोष किसानो को फंसा रही पुलिस*
*जमानत के लिए सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक प्रतीक्षा में बैठे रहे वकील और ग्रामीण*
*दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा* – एथेनाल प्लांट को बंद करने को लेकर ग्रामीणों का शांति पूर्ण आंदोलन का सोमवार को आठवां दिन था। विगत दो दिन से शांतिपूर्ण आंदोलन को उद्योगपति के इशारे पर पुलिस प्रशासन भोले भाले ग्रामीण किसानो को थाने में दिन भर बैठा कर,डराने धमकाने पर उतर आई है। प्लांट मालिक रोहित सचदेवा द्वारा महिलाओं से किए गए अश्लील हरकत और कार से रौंदने की घटना पर कार्यवाही करने छोड़ कर सीधे साधे किसानो के ऊपर कार्यवाही पर उतर आई है। पुलिस प्रशासन शांति पूर्ण आंदोलन में विध्न पैदा कर स्वयं शांति भंग करने का प्रयास कर रही है,और इसी के सहारे आंदोलन को कुचलने का षड्यंत्र कर रही है। इस संबंध में जानकारी देते हुए बेरला जनपद पंचायत सभापति सिद्दिक खान ने बताया कि बीते रविवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे पथर्रा के लेमन साहु को पुलिस ने गिरफ्तार किया और सोमवार को प्रेमू साहू ,मंत्त राम साहू सत्यनारायण यदु(पंच को सुबह गिरफ्तार किया गया जिन्हें दिन भर जमानत नहीं दिया गया तो ग्रामीण आंदोलन स्थान से बेमेतरा आने लगे इसकी जानकारी होने पर शाम साढ़े पांच बजे एसडीएम ने जमानत दिया, जिला प्रशासन समस्या को सुलझाने के बजाय,ग्रामीणों को डराने धमकाने में लगी हुई है।पुलिसिया कार्यवाही से लोगो में भयंकर आक्रोश पनप रहा है ज़मानत होने पर भारी संख्या में लोग उप जेल के सामने एकत्रित हुए थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार इन सभी पर धारा 151 के तहत कार्यवाही की जाकर घटना में निर्दोष ग्रामीणों की जेल में डाला जा रहा है,जबकि लठैत लेकर घूम रहे उद्योगपति पर कोई कार्यावही नही की जा रही है।किसान पुत्र कहने वाले बेमेतरा की इस कार्य शैली से लोगों में आक्रोश पूरे चरम पर पहुंच चुका है। बताया जाता है कि फैक्ट्री प्रबंधन के द्वारा बस में तोड़फोड़ के आरोप में चार ग्रामीणों को जेल में डलवाया गया, आठवें दिन के आंदोलन खत्म करके उपजेल के पास भारी संख्या में ग्रामीण देर रात पहुंचे हुए थे। वही ग्रामीणों में ग्रामीण महिलाएं किसान द्वारा नारी शक्ति जिंदाबाद के नारे भी खूब गूंज उठे।