कलेक्टर की अध्यक्षता में डीसीडीसी की बैठक
समितियों को और सुदृढ़ बनाकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूत करें:कलेक्टर
दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा – कलेक्टर रणबीर शर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के दिशा सभाकक्ष में ज़िला सहकारी विकास समिति (डीसीडीसी) की बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में सहकारी समितियों की प्रगति और उनके विकास के विभिन्न पहलुओं पर एजेंडा वार चर्चा की गई। कलेक्टर श्री शर्मा ने सहकारी समितियों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि प्राइमरी एग्रीकल्चर क्रेडिट सोसायटी (पैक्स) समितियों को आदर्श उपविधि का अंगीकारण करना चाहिए, जिससे वे बहुउद्देशीय और बहु आयामी बन सकें। उन्होंने पैक्स समितियों को कृषि क्षेत्र में केवल ऋण प्रदान करने तक सीमित न रहकर अन्य व्यवसायिक गतिविधियों में भी भाग लेने की सलाह दी। कलेक्टर श्री शर्मा ने बताया कि पैक्स समितियों के माध्यम से किसानों को बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकती हैं, जैसे कृषि उपकरणों की आपूर्ति, बीज वितरण, और विपणन सुविधा आदि। उन्होंने कहा कि इन समितियों को सुदृढ़ बनाकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सकता है। इसके लिए समितियों को नवाचार और तकनीकी सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ज़िले के अनकवर्ड ग्राम पंचायतों/ ग्रामों में नवीन बहुउद्देशीय और बहुआयामी पैक्स एवं प्राथमिक दुग्ध तथा मछुआ सहकारी समितियों के पंजीयन के लिए लोगों को प्रेरित करें। उन्होंने पैक्स कम्प्यूटीकरण परियोजना अन्तर्गत प्रगति की जानकारी ली। उप पंजीयक सहायक बसंत कुमार ने ज़िले में एजेंडा बार विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने पंजीकृत सेवा, सहकारी समितियों लो जानकारी देते हुए बताया कि ज़िले में 102 पंजीकृत सेवा, सहकारी समितियां है। मछुआ सहकारी समितियां 107 है।वही दुग्ध उत्पादक 23 समितियां पंजीकृत है। कलेक्टर ने मछुआ समितियां बढ़ाने और लोगों को जोड़ने पर बल दिया। बैठक में सहकारी विकास समिति के अन्य सदस्यों ने भी भाग लिया और विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। कलेक्टर ने समितियों को उनकी कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए निर्देश दिए और सहकारी आंदोलन को और प्रभावी बनाने पर जोर दिया।इस अवसर पर ज़िला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति सुश्री अलका शुक्ला, ज़िला विपरण अधिकारी उपेन्द्र कुमार, प्रबंधक ज़िला सहकारी केंद्रीय बैंक राजेंद्र कुमार वारे, सहित विभिन्न सहकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे जिन्होंने अपने विचार और सुझाव प्रस्तुत किए