*दोष मुक्ति प्रकरणों, आदतन अपराधियों का जमानत निरस्तीकरण एवं चालान कार्यवाही के संबंध में समीक्षा बैठक*
*दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा* -पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने पुलिस कार्यालय बेमेतरा के सभा कक्ष में उप संचालक अभियोजन, सहायक जिला अभियोजन बेमेतरा एवं राजपत्रित अधिकारियों, थाना/चौकी प्रभारियों एवं विवेचको के साथ दोष मुक्ति प्रकरणों, आदतन अपराधियों का जमानत निरस्तीकरण एवं चालान कार्यवाही के संबंध में समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक में विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर गहन चर्चा हुई, इस समीक्षा बैठक में माननीय न्यायालय द्वारा अधिकांश प्रकरणों में आरोपियों के दोष मुक्ति होने के कारणों के संबंध में विस्तृत समीक्षा की गई। जिसमें किसी भी मामलों में प्रकरणों के विवेचकों द्वारा विवेचना में होने वाले त्रुटियों को दूर करने हेतु एवं भौतिक साक्ष्यों को सावधानी से एकत्र करने हेतु अभियोजन अधिकारियों ने सुझाव दिये। होस्टाईल हो रहे प्रार्थी एवं गवाहों को उनके द्वारा दिये गये अभिमत/कथन पर कायम रहने हेतु विवेचकों को प्रकरण के प्रार्थियों के साथ लगातार सम्पर्क में रहने हेतु निर्देशित किये। जिससे की प्रकरण के प्रार्थी एवं गवाह अपने कथन को न्यायालय में निर्भीक एवं स्वतंत्र रूप से दे सके जिसके फलस्वरूप आरोपी न्यायालय से विचारणों उपरांत दोष सिद्ध हो सके एवं अपराधी द्वारा उसके किये गये अपराध की समुचित सजा मिल सके। विवेचना के दौरान घटना स्थल का बारिकी से निरीक्षण कर परीस्थितिजन्य साक्ष्य एकत्र करने एवं संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुये कार्यवाही करने, त्रुटि रहित विवेचना करने के संबंध में मार्गदर्शन दिया गया, अपराध करने वाले आपराधियों को शतप्रतिशत सजा मिल सके। साथ ही नए कानूनों के लागू हाने पर तकनीकी साक्ष्यों के संकलन के महत्व उनके संकलन के संबंध में मार्गदर्शन दिया गया। इसके साथ ही आदतन अपराधियों का जमानत निरस्तीकरण एवं न्यायालयीन प्रकरणों की अन्य समस्याओं की समीक्षा किया गया।
*पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) ने राजपत्रित अधिकारियों, थाना/चौकी प्रभारियों एवं विवेचको को निर्देशित किया गया कि वे साक्ष्य संकलन और कानूनी प्रक्रियाओं में अधिक सतर्कता और गंभीरता बरतें। गंभीर अपराधों और एनडीपीएस एक्ट के विवेचना के मामलों में अधिक से अधिक मामलों में दोषसिद्धि हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया। अपने कार्यों में पारदर्शिता और जिम्मेदारी सुनिश्चित करें, ताकि न्यायिक प्रक्रियाएं अधिक प्रभावी और सुदृढ़ हो सकें।
बैठक में डीएसपी राजेश कुमार झा, डीएसपी कमल नारायण शर्मा, उप संचालक अभियोजन श्रीमती कंचन पाटिल, सहायक जिला अभियोजन अधिकारी श्रीमती कविता राव सहित थाना/चौकी प्रभारी, विवेचक व अन्य स्टाफ शामिल रहें।