जिले के कोटवारों में आक्रोश, 5 जनवरी से रहेंगे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर

दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा – जिले के कोटवारों ने नियम के खिलाफ नियुक्ति का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि थानखम्हरिया के ग्राम रमपुरा गांव के कोटवार के खाली पद पर पूर्व में नियुक्त कोटवार परिवार के बेटे की नियुक्ति ना कर दूसरे व्यक्ति को नियुक्त किया गया है। पूरा मामला बेमेतरा जिला के तहसील थानखम्हरिया के ग्राम रमपुरा का है। यहां के कोटवार रामजी की कुछ दिनों पहले मृत्य हो गई। जिसके बाद उनके नाती ने कोटवार पद के लिए आवेदन लगाया। लेकिन युवक का कोटवार पद के लिए चयन नहीं हुआ। उसकी जगह समाज के युवक के युवक को कोटवार बना दिया गया। पीड़ित युवक विवेक दास का कहना है कि गांव के प्रभावशील व्यक्ति ने ऐसा कराया है। युवक ने ग्राम पंचायत पर पैसा मांगने का भी आरोप लगाया।
कोटवारों ने हड़ताल की दी चेतावनी
बीते शुक्रवार को बड़ी संख्या में प्रदेश सचिव कोटवार संघ नागेश्वर चौहान के नेतृत्व में जिलेभर के ग्राम कोटवार जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर से मुलाकात कर रमपुरा में ग्राम कोटवार की नियुक्ति निरस्त कर पनिका मानिकपुरी समाज के युवक की नियुक्ति की मांग की. आक्रोशित कोटवारों ने 5 जनवरी से तहसील, अनुभाग और जिला स्तर पर हड़ताल करने की चेतावनी दी है। न्याय नहीं मिलने कोटवारों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
रमपुरा गांव में दूसरे व्यक्ति को कोटवार के पद पर नियुक्त नहीं किया गया. कलेक्टर साहब को ज्ञापन दिए हैं कि 4 जनवरी तक आदेश खारिज कर कोटवार परिवार के बेटे को नियुक्त नहीं करेंगे तो 5 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करेंगे। मोहन दास चौहान, अध्यक्ष, कोटवार संघ, बेरला
रमपुरा ने बताया कि कोटवार राम जी की मौत के बाद उनके नाती ने आवदेन लगाया। तहसीलदास साहब से कई बार इसके लिए बात की गई लेकिन उन्होंने यादव समाज के लड़के को कोटवार बना दिया।
कलेक्टर को सौंपे पर ज्ञापन में कोटवारों ने ये भी आरोप लगाया कि गांव के दबंग व्यक्ति के दबाव में पंचायत प्रस्ताव के आधार पर हाइकोर्ट के आदेश की अवहेलना की गई। यादव समाज के युवक को नियम विपरीत भर्ती किया गया है. ये भी कहा गया कि नायब तहसीलदार के जारी आदेश में तारीख भी गलत डाला गया है। कलेक्टर ने दिया जांच का आदेश कोटवारों के ज्ञापन पर कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कहा कि रमपुरा में कोटवार भर्ती में गड़बड़ी के संबंध में शिकायत मिली है. साजा एसडीएम को जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच के बाद नियम के अनुसार कार्रवाई होगी।