क्या पूर्व और वर्तमान विधायक के वर्चस्व की लड़ाई में नहीं हो पाई जरही मंडल की नियुक्ति
जब संगठन के नेताओं को लिफाफा में अपने पसंदीदा व्यक्ति को ही मंडल अध्यक्ष बनाना था तो रायसुमारी कराने का प्रकिया का क्या मतलब - प्रतापपुर

क्या जिले के अधिकांश मंडलों में जिम्मेदार उच्चनेताओं के पसंदीदा चेहरा को मंडल अध्यक्ष बनाने से टूट के बनेंगे कारण
*क्या जिम्मेदार आगामी नगर पंचायत चुनाव के हार और पार्टी में टूट के अंदाजा से नहीं कर पा रहे जरही मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति
दैनिक मूक पत्रिका सूरजपुर- बीते 19 दिसंबर को जिले 13 मंडलों में भाजपा नये मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति की गई वही जरही मंडल अध्यक्ष के नाम पर खींचातानी चल रहा है। सूत्रों की माने तो क्षेत्रीय विधायक अपने चहेते को मंडल अध्यक्ष बनाने के लिए संगठन में दबाव बना रही हैं और मंण्डल के भाजपा कार्यकर्ता पूर्व विधायक के समर्थक व सक्रिय एक कार्यकता को मंडल अध्यक्ष बनाना चाह रहे हैं। ऐसे में विरोध की स्थिति बनी हुई हैं। वहीं प्रतापपुर मंडल अध्यक्ष के नियुक्ति से कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी देखीं जा रही हैं जिसका विरोध सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो देखा जा रहा है।
सोशल मीडिया में हो रहे विरोध के वायल वीडियो में साफ साफ देखा जा सकता है कि प्रतापपुर मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति के दौरान मंडल प्रभारी राजेश अग्रवाल (महलवाला) से तर्क वितर्क करते दिख रहे हैं जिसमें एक कार्यकर्ता यह कह रहा हैं की 7 दिसंबर को हुए रायसुमारी के दौरान आप जिस रजिस्टर में बुथ अध्यक्ष व वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से मत जानकर नाम लिखें तो उस रजिस्टर को कार्यकर्ताओं के सामने दिखाया जाए जिससे हम कार्यकर्ताओं को पता चल सके की आप जिसे अध्यक्ष नियुक्त कर रहे हैं उस नाम पर कितने लोगों की सहमति है।
प्रतापपुर मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति पर कार्यकर्ताओं के बीच हो रहे नोक झोंक के बीच मंडल प्रभारी राजेश महलवाला भड़क गए और कार्यकर्ताओं को संगठन का सिस्टम बताते हुए यह कहते नजर आ रहे है की जब कांग्रेस से भाजपा में आए चिंतामणि महाराज को सांसद बनाया जा सकता है तो फिर मंडल अध्यक्ष पर सवाल उठाना गलत है। प्रतापपुर भाजपा कार्यकर्ताओं ने कहा जब संगठन के नेताओं को लिफाफा में अपने पसंदीदा व्यक्ति को ही मंडल अध्यक्ष बनाना था तो रायसुमारी कराने का प्रकिया का क्या मतलब था जहा कार्यकर्ताओं के विरोध के बावजूद भी प्रतापपुर में मंडल अध्यक्ष की नियुक्ति कर दिया गया।