वन विभाग की मनमानी! बिना अनुमति के चल रहा डामर प्लांट, पूर्व मंत्री ने उठाए सवाल ठेकेदारो एवं वन विभाग कि मिली भगत

संभाग ब्यूरो पवन कुमार नाग की रिपोर्ट
दैनिक मूक पत्रिका कोंडागांव – डामर प्लान्ट लगने से कोंडागांव क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य पर काफी प्रभाव पड़ सकता है । जहरिले धुएं में मौजूद कण रसायन से लोगों ने खांसी अस्थमा त्वचा एवं आंखों में जलन जैसे बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है इस विषय को लेकर वन परिक्षेत्र अधिकारी बीएल शर्मा से हमारी फ़ोन से बात हुई तो उन्होंने कहा कि नियम के तहत कार्यवाही हो रही है और मुझे इस विषय पर कोई जानकारी नहीं है इस विषय को लेकर आप वन मंडला अधिकारी से पूछ लीजिए
कोंडागांव नया बस स्टैंड के पीछे वन विभाग की भूमि पर अवैध रूप से संचालित हो रहे डामर प्लांट को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। कांग्रेस के पूर्व मंत्री शंकर सोढ़ी ने वन मंत्री केदार कश्यप और जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी शासन में प्रशासन पूरी तरह निरंकुश हो गया है और नियमों को ताक पर रखकर रसूखदारों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।
सोढ़ी ने कहा कि आम आदमी यदि जंगल से एक लकड़ी भी काट ले तो वन विभाग तुरंत कार्रवाई कर उसे जेल भेज देता है, लेकिन यहां पूरे जंगल क्षेत्र में डामर प्लांट संचालित किया जा रहा है और प्रशासन मौन है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या वन्य क्षेत्र में रसूखदारों को विशेष छूट दी गई है?
पूर्व मंत्री ने बताया कि पहले वन विभाग ने ठेकेदार को 10 दिन में प्लांट हटाने का नोटिस दिया था, लेकिन अब बेखौफ तरीके से प्लांट का संचालन शुरू हो गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह सब प्रशासन की मौन स्वीकृति से हो रहा है, क्योंकि अभी तक पर्यावरण विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई है।
सोढ़ी ने कहा, “हम विकास विरोधी नहीं हैं, लेकिन जंगल उजाड़कर और नियमों की अनदेखी कर किया गया विकास स्वीकार्य नहीं है।” उन्होंने मांग की कि वन मंत्री तत्काल संज्ञान लें और कड़ी कार्रवाई करें।