छत्तीसगढ़ में अर्द्धवार्षिक परीक्षा परिणाम के लिए विशेष पोर्टल की शुरुआत, परीक्षा की निगरानी में बदलाव
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दैनिक मूक पत्रिका रायपुर – दिसंबर से शुरू हुई अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं 20 दिसंबर तक चलेंगी। इस बार, छत्तीसगढ़ के शासकीय विद्यालयों में अर्द्धवार्षिक परीक्षा परिणाम की ऑनलाइन निगरानी के लिए एक नया पोर्टल तैयार किया गया है। इसके माध्यम से राज्य के सरकारी स्कूलों में आयोजित 10वीं और 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम को ऑनलाइन अपलोड किया जाएगा, और इन परिणामों की समीक्षा की जाएगी। यह कदम राज्य की शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता लाने और छात्रों के प्रदर्शन पर सटीक निगरानी रखने के उद्देश्य से उठाया गया है।
वेब पोर्टल पर परीक्षा परिणाम अपलोड करना अनिवार्य
यह पोर्टल विशेष रूप से 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के परिणामों को अपलोड करने के लिए तैयार किया गया है। सभी शासकीय विद्यालयों को परीक्षा समाप्त होने के बाद अपने परिणाम इस पोर्टल पर अपलोड करने होंगे। इससे न केवल रिजल्ट की ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जाएगी, बल्कि यह प्रक्रिया छात्रों के लिए पारदर्शी और सुगम बनेगी।
राजधानी रायपुर में छात्री संख्या में वृद्धि की योजना
रायपुर जिले में, जहां पिछले सालों में 10वीं और 12वीं कक्षा में प्रावीण्य सूची में राजधानी का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कम रहा है, इस बार अधिक से अधिक छात्रों को प्रावीण्य सूची में शामिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए परीक्षा परिणामों की ऑनलाइन समीक्षा के साथ-साथ, छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर विश्लेषण किया जाएगा। कमजोर विषयों पर ध्यान देने के लिए विशेष कक्षाएं भी संचालित की जाएंगी।
संसाधन और व्यवस्थाओं पर ध्यान
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने हाल ही में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों की बैठक बुलाई थी, जिसमें मार्च में होने वाली वार्षिक परीक्षाओं के लिए तैयारी की समीक्षा की गई। बैठक में जिला शिक्षा अधिकारियों को परीक्षा केंद्रों की जानकारी देने को कहा गया था। इसके तहत परीक्षा केंद्रों की कुल संख्या, संवेदनशील केंद्रों की पहचान, और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। रायपुर जिले में भी केंद्रों की संख्या की समीक्षा की जा रही है।
विशेष कक्षाओं और सुधारात्मक उपायों की योजना
परीक्षा परिणामों की समीक्षा के बाद, विश्लेषण के आधार पर उन विषयों का चयन किया जाएगा जिनमें छात्रों का प्रदर्शन कमजोर रहा है। इसके लिए अतिरिक्त कक्षाओं और विशेष नोट्स का आयोजन किया जाएगा। उन विषयों को प्राथमिकता दी जाएगी जिनमें छात्र प्रदर्शन में सुधार चाहते हैं। इसके अलावा, जनवरी माह में स्कूलों में ग्रो बेड का आयोजन होगा, जिससे पहले छात्रों के लिए स्पेशल कक्षाएं चलाने की योजना है।
इस नई पहल के माध्यम से राज्य सरकार छात्रों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने, परीक्षा परिणामों की निगरानी में सुधार करने और आने वाली वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी में मदद करने का प्रयास कर रही है। इस बदलाव से छत्तीसगढ़ के छात्रों को बेहतर शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी और परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता बनी रहेगी।