ग्राम पंचायत पोड़ी में गुरु घासीदास जयन्ती समारोह का किया गया आयोजन
दैनिक मूक पत्रिका सूरजपुर – भटगांव क्षेत्र अंर्तगत ग्राम पंचायत पोड़ी में महान संत बाबा गुरु घासीदास जयन्ती का आयोजन किया गया बाबा गुरु घासीदास बचपन में शांत और एकांत प्रिय रहते थे। आत्मसाक्षात्कार ही इनके जीवन का मुख्य लक्ष्य था. पशु बलि, तांत्रिक अनुष्ठान, जातिगत विषमता, जाति विभिन्नता, लोगों की उन्नति के लिए उनकी आत्मा में एक कसक उभर जाती थी. गुरु घासीदास जी ने भक्ति का अति अद्भुत और नवीन पंथ प्रस्तुत किया, जिसे सतनाम पंथ कहा गया । समानता: गुरु घासीदास ने जाति व्यवस्था का कड़ा विरोध किया और एक ऐसे समाज की वकालत की जहाँ सभी के साथ सम्मान और गरिमा के साथ व्यवहार किया जाता है। सामाजिक सुधार: अपनी शिक्षाओं के माध्यम से, उन्होंने लोगों को अस्पृश्यता की प्रथाओं को छोड़ने और आंतरिक शुद्धता और नैतिकता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया गुरु घासीदास ने समाज में फैली कुरीतियों को रोकने के लिए लोगों को प्रेरित किया ।
उन्होंने समाज में फैली आर्थिक विषमता, शोषण, जातिगत भेदभाव, और अस्पृश्यता को खत्म करने के लिए ‘मनखे-मनखे एक समान’ का संदेश दिया ।
जयन्ती कार्यक्रम में मुख्य रूप से रमेश कुमार चौधरी, रामखेलावन, सोनू चौधरी, रामगुलाम, महेन्द्र कुमार, परदेशी लाल,सोनू कुमार ,उत्तम, अचल धारी, मयंक ,आदि उपस्थित रहे ।