औषधीय पौधों की खेती पर चार दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न*
दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा/नवागढ़ – एथनिक साइंस फाउंडेशन बैंगलोर और महर्षि अरविंद फाउंडेशन रहेंगी मध्यप्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 2,3,4,5 सितंबर को रामनगर कवर्धा में सिद्धा कृषि तकनीक से औषधीय पौधों की खेती विषय पर चार दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया था।इस सिद्धा कृषि प्रशिक्षण में नगर पंचायत नवागढ़ के युवा किसान किशोर कुमार राजपूत ने औषधीय पौधों की व्यवसायिक खेती के बारे में उपस्थित किसानों को बीज से लेकर बाजार तक संपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गौ आधारित सिद्धा कृषि तकनीक से निर्मित जैविक खाद से किसान यदि पारंपरिक फसलों के बदले औषधीय पौधों की खेती करता है तो निश्चित रूप से अपनी आमदनी दोगुनी कर सकते हैं 3,6,9, माह वाले लधु अवधि की कई औषधीय पौधों की प्रजातिया हैं जो कम समय , कम लागत, कम पानी, कम, निदाई गुड़ाई में होता है इसे खुले में घूमने वाले पशुओं और बंदरों से कोई नुकसान नहीं होता है। बिना सुरक्षा व्यवस्था के ही पूरी फसल कर सकते हैं।
*इन फसलों की खेती के बारे में बताया*
किशोर कुमार राजपूत ने अश्वगंधा,सतावर, स्टीविया, सर्पगंधा, तुलसी, लैमन ग्रास, खस, मेंथा, आमी हल्दी, बच ,के परिचय, वनस्पति नाम, सामान्य परिचय, औषधीय उपयोग, उपयुक्त जलवायु, भूमि का चयन, खेत की तैयारी, प्रमुख किस्म, पौध तैयार करना, रोपाई का समय और तरीका, सिंचाई, खाद और उर्वरक,कीटनाशक, खरपतवार नियंत्रक, अंतरवर्तीय फसल, प्रमुख कीट पतंग और रोक थाम, फसलों की तुड़ाई, कटाई, उत्पादन,भंडारण, प्रसंस्करण, कुल आय /व्यय के बारे में विस्तार से बताया।
साथ ही साथ वैद्य प्रमोद नागेश्वर ने सिद्धा कृषि तकनीक के बारे में विस्तार से जानकारी दी
अंतिम दिवस में एथनिक साइंस फाउंडेशन के डाक्टर सुनील पटेल एवम वैद्य आचार्य प्रमोद नागेश्वर द्वारा मुख्य प्रशिक्षक किशोर कुमार राजपूत को शाल ओढ़ाकर और श्रीफल भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित किया । इस अवसर पर देश के विभिन्न राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ के अलग अलग जिलों से किसान और वैद्य डामरूलाल सिन्हा, वैद्य तुका राम गंग बोईर, वैद्य महेश मानिकपुरी, छवि साहू, पप्पू ठाकुर, वैद्य धनसिंह , वैद्य कोमल साहू , वैद्य विकास बाथम, वैद्य अनूप साहू, वैद्य संतोष मरकाम सहित अनेक लोगों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।