*ग्राम मजगांव स्थित श्रीराम मंदिर ट्रस्ट भूमि की खरीद बिक्री में हुए फर्जीवाडे को लेकर पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस*
*ग्राम मजगांव स्थित श्रीराम मंदिर ट्रस्ट भूमि की खरीद बिक्री में हुए फर्जीवाडे को लेकर पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने किया प्रेस कॉन्फ्रेंस*
*आज कलेक्टर को ज्ञापन सौंप, करेंगे कार्रवाई की मांग*
*दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा* – श्रीराम मंदिर ट्रस्ट भूमि को दान की गई कृषि भूमि की खरीद बिक्री फर्जीवाडे मामले को लेकर पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने रविवार को अपने निवास के समीप स्थित कांग्रेस कार्यालय में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष बंसी पटेल के साथ जिले के तमाम पत्रकारों के समक्ष प्रेसवार्ता की। प्रेसवार्ता में पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने 09 बिंदुओं पर अपनी बात रखते हुए कहा कि 1. जैसा कि आप सब को ज्ञात है ग्राम मजगांव तह. व जिला बेमेतरा के खसरा नं. 465 रक्या 1.66 हे. लगभग साढे चार एकड भूमि को भाजपा नेता व सांसद प्रतिनिधि अनिल माहेश्वरी ने अपनी पत्नि श्रीमति प्रभा माहेश्वरी के नाम से यह जानते हुए खरीदी है, कि वह भूमि भगवान श्रीराम चंद्र जी मुर्ति मंदिर की सम्पत्ति है, और वह सार्वजनिक न्यास की भूमि है।2. जब ग्राम मजगांव की यह भूमि बेची जा रही थी तो वहां के पटवारी भाजपा पार्षद प्रवीण नीलू राजपूत जो कि स्वयं जमीन दलाली के कार्य में संलग्न रहता है, का सगा भाई कुंदन सिंह राजपूत पटवारी था जो भाजपा नेताओं के कहने पर श्रीराम चंद्र जी मुर्ति मंदिर के भूमि का नक्शा, खसरा, बी-1 को उपलब्ध कराया है, जिसे प्रांरभिक रूप से कलेक्टर ने भी ग्रामवासियों की शिकायत में की गई जाँच में सही पाया है, और उसे 04/10/2024 को शिकायत करने के बाद अनुविभागीय अधिकारी द्वारा निलंबित किया गया है, साथ एक अन्य पटवारी को भी निलंबित किया है। 3. ये वही भाजपा के लोग है, जो कुछ दिन चुनाव से पूर्व श्रीराम मंदिर जमीन मामले में मुझे बिना किसी तथ्य, सबुत के चुनावी फायदा लेने के लिए बदनाम करने में लगे हुये थे। जबकि मैने उस समय भी कहा था और आज भी कह रहा हूँ कि मुझे या मेरे परिवार को भगवान श्रीराम मंदिर के जमीन से कोई लेना देना नहीं मैने अपने विधायक पद पर रहते हुए ही दो बार कलेक्टर महोदय से इस प्रकरण की गंभीरता से जाँच करने व दोषियो पर कठोर कार्यवाही की मांग की थी जिस पर तत्कालीन कलेक्टर द्वारा जाँच समिति भी बनाई गई सरकार बदलने के बाद आज तक भाजपा नेताओं के दबाव में उस जॉच कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है, जिससे दूध का दूध और पानी का पानी साफ हो जाता इससे यह साफ है, कि इन भाजपा नेताओं ने मेरी छवि को चुनाव में खराब करने तथा कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने और राजनैतिक फायदा लेने के लिए यह षडयंत्र रचा था। 4.आज भाजपा नेता और उसके अनुषांगिक संगठन विश्व हिन्दु परिषद के नेता जो मेरे विरूद्ध षडयंत्र के समय धरना प्रदर्शन में बैठे थे चाहे वह पार्षद नीतू कोठारी हो या आदित्य सिंह राजपूत विश्व हिन्दु परिषद अध्यक्ष बेमेतरा ये सभी इस प्रकरण में चुप्पी साधे क्यों बैठे है, जबकि वह पार्षद पूर्व में गांधी मैदान में आमरन अनशन में बैठी थी। आज अपने रिस्तेदार का नाम आने पर श्रीराम चंद्र मुर्ति मंदिर जमीन खरीदी बिक्री मामले मै मौन क्यो है। 5. मै इस प्रकरण में भाजपा नेताओं के भूमिका की जाँच उच्चस्तरीय कमेटी से किये जाने की मांग करता हूँ, आखिर बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के श्रीराम चंद्र मुर्ति मंदिर जा सार्वजनिक न्यास अधिनियम 1951 के तहत् पंजीकृत भूमि है, कि रजिस्ट्री कैसे की गई और इसमे कौन-कौन से भाजपा नेताओ का दबाव था छोटे कर्मचारियों पर कार्यवाही की गई है, जबकि रसुखदार व जवाबदार अधिकारियों को बचाया जा रहा है। 6. चार एकड़ 15 डिसमील भूमि को कुल बाजार मूल्य ग्यारह लाख बैसठ हजार पांच सौ रू. (1162500/-) में बेचा गया है, जबकि उस जमीन का वास्तविक मूल्य करोडो में है, इस तरह भाजपा नेता द्वारा करोडो की जमीन को पानी के मोल खरीदा गया है, तथा शासन को रजिस्ट्री शुल्क में बट्टा लगाया गया है। साथ ही साथ यह भी बताना चाहूंगा कि विक्रय की राशि श्रीराम चंद्र मुर्ति मंदिर के खाते में भी नहीं गई है, सर्वराकार को व्यक्तिगत लाभ के लिए भाजपा नेता ने यह राशि दी है। 7.विश्वस्त सूत्रो से जानकारी मिली है आनन-फानन में भाजपा नेता अनिल माहेश्वरी ने इस भूमि को करोडो में एक स्थानीय भाजपा नेता को जमीन बेच दी है, जिसका रजिस्ट्री प्रक्रिया हो चुकी है, किन्तु अब तक पंजीयन क्रमांक प्रदान नहीं किया गया है।8. मैं आप लोगो को यह भी बताना चाहता हूँ कि बेमेतरा में तथाकथित भाजपा और विश्व हिन्दु परिषद के नेता जो अपने को प्रभू श्रीराम का सबसे बड़ा हितैषी बताते है जिनका मकसद सिर्फ मंदिर के जमीन और सम्पत्ति हथियाने का रहा है। यह बाते आज प्रमाणित हो गई है, कि इन्होने सिर्फ अपना हित साधने के लिए मेरे तथा कांग्रेस पार्टी के विरूद्ध षडयंत्र श्री राम मंदिर समिति ट्रस्ट में इन लोगो ने जमीन खरीदी बिक्री की जाँच रिपोर्ट रूकवाकर सत्ता प्राप्ति के महज एक माह के भीतर ही राम मंदिर ट्रस्ट समिति बेमेतरा में भाजपा नेता एवं पार्षद नीतू कोठारी विश्व हिन्दु परिषद के बेमेतरा अध्यक्ष आदित्य सिंह राजपूत सहित भाजपा नेताओ ने अपना नाम दबे चुपके ट्रस्ट में जुडवा लिया है, जो भविष्य में श्रीराम चंद्र जी मुर्ति मंदिर मजगांव के तरह बेमेतरा में मंदिर की सम्पत्ति को हडपने का षडयंत्र हो सकता है, इसकी भी जाँच की जानी चाहिए तथा मै शासन से यह मांग करता हूँ, श्रीराम मंदिर ट्रस्ट समिति बेमेतरा में गैर राजनैतिक धर्म क्षेत्र में योगदान देने वाले तथा समाजिक क्षेत्रो में योगदान देने वाले लोगो को श्रीराम मंदिर ट्रस्ट समिति बेमेतरा में सदस्य के रूप में शामिल किया जाना चाहिए। जिससे मंदिर की सम्पत्ति 9. सुरक्षित रह सके जिससे इस तरह के लोगो के धार्मिक भवनाओ के साथ खिलवाड ना कर सकें। हमारी मांग है कि उक्त विवादित जमीन की रजिस्ट्री को रद्द कर पुनः श्रीराम चंद्र जी मुर्ति मंदिर मजगांव के नाम से नामांतरित की जाये। तथा दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाये, जैसे मुद्दों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया।
*श्री राम मंदिर ट्रस्ट भूमि खरीदी बिक्री फर्जीवाड़ा मामले में खरीददार भाजपा सदस्य नूतन साहू निकला मजगांव का वर्तमान सरपंच*
बीते रविवार को पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि श्री राम मंदिर ट्रस्ट भूमि की जमीन को दूसरी बार जिन्होंने फर्जी तरीके से खरीदा है वह उस ग्राम पंचायत का वर्तमान सरपंच है ऐसे जिम्मेदार पद पर रहते हुए अनैतिक कार्य करना शोभा नहीं देता। लेकिन वह एक भाजपा सदस्य है जिसको किसी की आस्था को ठेस पहुंचाना मुनासिब समझा और अपनी निजी स्वार्थ के लिए श्री राम मंदिर ट्रस्ट भूमि को दान में दी गई कृषि भूमि को खरीद लिया। बता दे की जानकारों के अनुसार उक्त भूमि की संरक्षक जिला कलेक्टर होता है और उनके अनुमति के बगैर उनको बेचा नहीं जा सकता फिर भी लोगों की आस्था व नियमों को ताक पर रखकर यह खरीद एवं बिक्री की प्रक्रिया की गई है जो की बहुत ही निंदनीय है।
*श्री राम मंदिर ट्रस्ट भूमि मामले पर कांग्रेस आज जिला कलेक्टर को सौंपेगी ज्ञापन*
जिले में फिर एक बार श्री राम मंदिर ट्रस्ट भूमि का मामला गर्मा गई है जिस पर बीते रविवार को प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने प्रेस को बताया कि ग्राम मजगांव स्थित लगभग 13 एकड़ कृषि भूमि जो दानदाताओं के द्वारा श्री राम मंदिर ट्रस्ट को सौंपी थी जिसको अपनी स्वार्थ सिद्धि को लेकर सार्वकार के द्वारा पैसे की लालच में आकर निजी व्यक्ति को बेच दिया था, उक्त जमीन को उस निजी व्यक्ति के द्वारा कुछ समय तक रखने के बाद अधिक राशि में ग्राम के ही वर्तमान सरपंच को बेंच दिया है जिससे दानदाताओं की आस्था हाथ हुई है। जो की एक बड़ी फर्जीवाड़ा को दर्शाता है इस पूरे फर्जीवाड़ा में कुछ बीजेपी के नेता भी शामिल हैं इन सभी के ऊपर कानूनी कार्यवाही को लेकर कलेक्टर को आज जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बंसी पटेल के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की मांग करेंगे।
*श्रीराम मंदिर ट्रस्ट की भूमि को लेकर अनशन पर बैठने वाले लोग चुप क्यों – पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा*
रविवार को हुए प्रेस कांफ्रेंस के दौरान पूर्व विधायक आशीष छाबड़ा ने सवाल पूछते हुए कहा कि जिस श्रीराम मंदिर ट्रस्ट भूमि को लेकर अनशन पर बैठने वाली पार्षद नीतू कोठारी एवं साथी के द्वारा उजागर मामला श्री राम मंदिर ट्रस्ट को दी गई कृषि भूमि में फर्जीवाड़ा कर रजिस्ट्री कराने पर सवाल क्यों नहीं पूछी जा रही है? मौन क्यों है ? आखिर चुप रहने का राज क्या है? ऐसी सवाल करते नजर आए।