आवेदक को वन विभाग ने कहा -मैं नहीं माखन खायो
"हरे"पेड़ों को काटकर "नारंगी" घोषित कर हो रहे "लाल "
दैनिक मूक पत्रिका दंतेवाड़ा – वन विभाग के हर्बल गार्डन में चल रहे “खेला “के विषय में आवेदक दिनेश गुप्ता को विभाग ने प्रतिउत्तर देते कहा कि मैं नहीं माखन खायो। असंतुष्ट आवेदक अब फिर से विभाग के बड़े अधिकारियों के पास आवेदन करने की तैयारी में है। उल्लेखनीय है कि दंतेवाड़ा में वन विभाग बेतरतीब और भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड कायम करते हर्बल गार्डन निर्माण में युद्धस्तर पर जुटा हुआ है. किश्तो में करोड़ों के काम देकर न केवल खुद को बल्कि ठेकेदार को भी उपकृत करने का जबरदस्त काम किया है. करोड़ों के निर्माण कार्य के लिए न कोई निविदा न कोई अन्य विधिक प्रक्रिया का पालन किया गया. वन मण्डलाधिकारी दंतेवाड़ा ने ऐसा प्लान किया कि सांप भी मरे और लाठी भी न टूटे. लेकिन इस बाबत जब सूचना का अधिकार लगाकर जानकारी चाही गई तो आवेदक को कहा गया कि यह लोकहित में नहीं है अतः आवेदन को निराकृत किया जाता है.आश्चर्य यह है कि राजपत्र में यह क्षेत्र पीएफ 1355 भैरमबंद अंकित है लेकिन विभाग इसे नारंगी क्षेत्र बताकर हरे पेड़ों को जड़ से काटकर खुद लाल हुए जा रहा है.इस खेल की जानकारी जिला कलेक्टर को भी नहीं है. हालांकि आवेदन निरस्त किया गया है लेकिन याद यह भी रहे कि पिक्चर अभी बाकी है. हरित अधिकरण का तलवार लटका है साथ ही आवेदक फिर से अपील भी करने की पूरी तैयारी कर चुका है।