रूस और भारत के बीच वीजा फ्री ट्रैवल की शुरुआत: 2025 में नई व्यवस्था का अनुमान
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दैनिक मूक पत्रिका नई दिल्ली – रूस और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों में और मजबूती आती दिखाई दे रही है। दोनों देशों के बीच आगामी 2025 तक वीजा फ्री ट्रैवल की सुविधा शुरू होने की संभावना जताई जा रही है। यह कदम भारतीय नागरिकों के लिए यात्रा को और सरल बनाने के लिए उठाया जा रहा है, जिसके तहत भारतीय अब रूस यात्रा के लिए वीजा की आवश्यकता के बिना यात्रा कर सकेंगे।इस पहल के तहत दोनों देशों के बीच वीजा प्रतिबंधों को कम करने के लिए द्विपक्षीय समझौते की प्रक्रिया तेज हो गई है। जून 2023 में सामने आई रिपोर्टों के अनुसार, भारत और रूस ने इस दिशा में कदम बढ़ाने के लिए अपनी वीजा नीतियों को लचीला बनाने पर सहमति जताई थी। अगस्त 2023 में रूस ने भारतीय नागरिकों के लिए ई-वीजा की शुरुआत की थी, जो मात्र 4 दिनों में प्रोसेस हो जाती है, और इसने यात्रा प्रक्रिया को बहुत आसान बना दिया है
वर्तमान स्थिति: रूस ने पहले भारतीय नागरिकों के लिए ई-वीजा की व्यवस्था की थी, जिससे भारतीय नागरिकों के लिए रूस यात्रा की प्रक्रिया काफी सरल हो गई है। अब तक ई-वीजा के लिए आवेदन की प्रक्रिया डिजिटल रूप से सरल बनाई गई है, जिसमें आवेदकों को केवल ऑनलाइन आवेदन करना होता है। इस प्रक्रिया में लगभग 4 दिनों का समय लगता है और यह पूरी तरह से ऑनलाइन होता है, जिससे यात्रियों को वीजा के लिए लंबी कतारों से छुटकारा मिलता है।
आगे का रास्ता: भारत और रूस के बीच चल रही वार्ता के बाद, 2025 तक वीजा फ्री ट्रैवल सिस्टम की शुरुआत हो सकती है। इस पहल से भारतीय नागरिकों को रूस जाने में अतिरिक्त आसानी होगी और दोनों देशों के पर्यटन उद्योग को भी प्रोत्साहन मिलेगा। इसके अलावा, व्यापार और संस्कृति के आदान-प्रदान को भी गति मिलने की उम्मीद है, जिससे दोनों देशों के बीच पहले से मजबूत संबंधों में और इजाफा होगा।
संभावित प्रभाव:
- पर्यटन को बढ़ावा: वीजा फ्री ट्रैवल से रूस और भारत के बीच पर्यटन गतिविधियों में इजाफा हो सकता है। विशेष रूप से भारतीय पर्यटकों को रूस की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर देखने का अधिक अवसर मिलेगा।
- आर्थिक प्रभाव: इस कदम से दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश में वृद्धि की संभावना है, क्योंकि वीजा प्रक्रियाओं में आसानी से व्यापारिक रिश्तों को प्रोत्साहन मिलेगा।
- संस्कृतिक आदान-प्रदान: वीजा फ्री ट्रैवल से सांस्कृतिक कार्यक्रमों और दोनों देशों के बीच शिक्षा और शोध के क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ सकता है।
निष्कर्ष: भारत और रूस के बीच वीजा फ्री ट्रैवल की शुरुआत एक बड़ा कदम साबित हो सकता है, जो द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ बनाएगा। 2025 में इसके लागू होने की उम्मीद है, जो यात्रा, व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्र में नई संभावनाएं खोलेगा।