कोंडागांव :- छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने समग्र शिक्षा कार्यालय के प्रभारी लेखापाल को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है। यह घटना हाल ही में सामने आई है, जिसमें प्रभारी लेखापाल ने दिव्यांग शिक्षक से रिश्वत मांगी थी।
आरोपी ने पदस्थापना के नाम पर एक दिव्यांग शिक्षक से 30 हजार रुपये की मांग की थी।
जानकारी के अनुसार, शिक्षा विभाग के एकाउंटेट अरूण कुमार सेठिया ने एक दृष्टिबाधित शिक्षक दिलीप कुमार से पदस्थापना के नाम पर 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। दिलीप कुमार ने एसीबी से इसकी शिकायत की। इसके बाद टीम ने आरोपी अरुण कुमार को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। फिलहाल टीम आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
यह घटना एक बार फिर से भ्रष्टाचार की समस्या को उजागर करती है। यह दिखाता है कि कैसे कुछ अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग करके रिश्वत मांगते हैं और आम लोगों को परेशान करते हैं। इस मामले में ACB की कार्रवाई की सराहना की जानी चाहिए। यह दिखाता है कि कैसे भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है और अधिकारियों को उनके कृत्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जा सकता है।