*दैनिक मूक पत्रिका रायपुर* – प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी शरद नवरात्रि के अवसर पर 04 अक्टूबर को सिविल लाइन स्थित वृंदावन हाल में आदि शक्ति की आराधना के साथ सामाजिक संस्था नवसृजन मंच द्वारा बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने हेतु बिटिया जन्मोत्सव का आयोजन किया जा रहा। इस गरिमामयी समारोह के आयोजन में 101 ऐसी बेटियों का सम्मान किया जायेगा , जो छह माह के अंदर जन्मी है। इस आयोजन में एक ओर जहां 101 कन्याओं का पूजन आदि शक्ति के रूप में किया जायेगा , वहीं दूसरी ओर बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने बेटियों के माता पिता को सम्मान पत्र के साथ बेटियों के लालन पालन की प्रारंभिक चीजें बेबी किट भी उपहार स्वरूप भेंट की जायेगी। इसके अलावा बिटिया के जन्म के बाद माता का पोषण कैसा हो इसकी जानकारी भी आहार विशेषज्ञ द्वारा एक सत्र के दौरान दी जायेगी। साथ ही कार्यक्रम के दौरान महिला बाल विकास विभाग द्वारा केंद्र और राज्य सरकार द्वारा बेटियों के जन्म से लेकर आजीवन मिलने वाली शासन की योजनाओ की जानकारी भी दी जायेगी और उन्हें कार्यक्रम स्थल में ही जिन योजनाओ से जोड़ा जा सकता है उन योजनाओं से जोड़ा भी जायेगा। इसके लिये महिला एवं बाल विकास के सहयोग से संबंधित अधिकारी भी कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। इस गरिमामयी आयोजन की अगली कड़ी में नवरात्र आदि शक्ति के पूजन के दिन संस्था द्वारा शिक्षा , चिकित्सा , पुलिस , साहस , सेवा , विधि जैसे अलग – अलग क्षेत्रों में अपनी योग्यता के बल पर मुकाम प्राप्त करने वाली 09 महिलाओं को नारी शक्ति सृजन सम्मान से भी सम्मानित किया जायेगा। संस्था नवसृजन मंच के प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा ने अरविन्द तिवारी को बताया कि संस्था बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने विगत कई वर्षों से यह आयोजन करती आ रही है , जो वर्ष में दो बार शरद नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि में भव्य रूप से होता है। साथ ही बीच – बीच मे सरकारी अस्पतालों में बेटियों के जन्म को प्रोत्साहित करने आयोजन साल भर होते रहते हैं। शरद नवरात्रि पर कन्या पूजन के इस भव्य आयोजन को सफल बनाने हेतु संस्था नवसृजन मंच के सदस्यगण जिनमे डॉ० देवाशीष मुखर्जी , कांतिलाल जैन , किशोर महानन्द , डा० प्रीति सतपथी , मनीषा सिंह , डा० रश्मि चावरे , मनोज जैन , नरेश नामदेव , डॉ० यूलेन्द्र सैय्यद रजा , श्रद्धा राजपूत और राजेश साहू सहित राजधानी की प्रतिष्ठित संस्थाओं से जुड़े प्रमुखजन अपना योगदान दे रहे हैं।