राज्य बनने के बाद बैज के प्रदेश अध्यक्ष रहते कांग्रेस की हुई अब तक कि सबसे बड़ी करारी हार: प्रज्ञा निर्वाणी*
पद बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं दीपक बैज:प्रज्ञा निर्वाणी*
*बैज के संगठनात्मक क्षमता पर सवाल उठाते हमलावर हुई जिला पंचायत सदस्य निर्वाणी*
*दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा* – प्रदेश का कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के द्वारा कवर्धा में हुए घटना के संबंध में गृहमंत्री विजय शर्मा का इस्तीफा मांगने पर जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पद बचाने बैज संघर्ष कर रहे हैं,इनकी सत्ता में साजा के बिरमपुर में हुए घटना में स्वयं तो नही आये न ही कोई बड़ा नेता पीड़ित परिवार के आंसू पोछने पहुचा,खैर उसका न्याय तो ईश्वर ने कर दिया,अब बैज सिर्फ पद बचाने इधर उधर की बयानबाजी कर रहे हैं,दीपक बैज छत्तीसगढ़ कांग्रेस के सबसे फ्लॉप अध्यक्ष साबित हुए हैं,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते बैज विधानसभा चुनाव खुद तो हारे साथ मे पार्टी की भी नैया डूबो कर रख दी,बैज,पूर्व सी एम भूपेश का लाइन छोटी करने में दिमाग लगाते रहे,लोकसभा चुनाव में अपने संसदीय क्षेत्र में ऐसा धुंआ धार प्रचार बैज ने किया बस्तर में पार्टी का सफाया और पूर्व आबकारी मंत्री लखमा का नशा भी उतर गया,छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद से इतनी करारी हार कॉंग्रेस की कभी नही हुई,जिस नैतिकता की दुहाई देकर गृहमंत्री विजय शर्मा से इस्तीफा मांग रहे हैं,अगर खुद में थोड़ी मोड़ी नैतिकता बची होती तो विधानसभा और लोकसभा में करारी हार के बाद संगठन से इस्तीफा दे देना था,
बैज के लिए पर उपदेश कुशल बहुतेरे की कहावत सटीकता से लागू होती है,भारतीय जनता पार्टी के संवेदन शील मुख्यमंत्री ने कवर्धा की घटना संज्ञान में लेकर त्वरित कार्यवाही करते हुए कलेक्टर एस पी सहित 23 लोगो को हटा दिया मैं पूछती हूं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से आपकी सत्ता में जब बिरमपुर में घटना घटित हुई उस पर किस अधिकारी पर कार्यवाही हुई,कवर्धा में जब दंगे भड़के तो किस अधिकारी पर कार्यवाही हुई,जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी ने तंज कसते हुए कहा कि सूपा बोले तो बोले चलनी भी बोले,बतौर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष इनकी उपलब्धि मात्र यह रहेगी कि कालांतर में बैज सिर्फ अपने पार्टी के भस्मासुर नेता के तौर पर याद रखे जायँगे ।