बाबा सिर्फ सतनामी समाज के नहीं,सम्पूर्ण मानवता के गुरु- प्रज्ञा निर्वाणी
दैनिक मूक पत्रिका बेमेतरा – ग्राम पंचायत छीतापार में गुरू बाबा घासीदास की जयंती कार्यक्रम में पहुंची जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी ने जोड़ा जैतखाम्भ के दर्शन कर बाबा के तैलचित्र की पूजा अर्चना की,
आस पास के गांव से आये हुए युवाओ ने पंथी नृत्य कर बाबा के महिमाओं का गुणगान किया ,ऊर्जा से ओत प्रोत पंथी नृत्य दल के सदस्यों को बतौर मुख्यअतिथि जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी के हाथों से सम्मान दिलाया गया ,अपने उद्बोधन में निर्वाणी ने कहा कि परमपूज्य गुरु बाबा घासीदास सिर्फ सतनामी समाज के गुरु के तौर पर नही अपितु पूरे मानवता के गुरु के रूप में आधुनिक विश्व का मार्ग प्रसस्त कर रहे हैं,बाबा की कही बात मनखे मनखे एक समान यह अब विश्व मंत्र है,मनुष्यता एक है,मनुष्यो में कोई भेद या अंतर नहीं इस लाइन में सारे वेदों का मानो सार छुपा है,इस सारतत्व को बताने के लिए वेद और ऋचाएं लिखी गई जिसे बाबा गुरु घासीदास जी ने एक वाक्य में कह दिया,
सतनाम पंथ सत्य की आराधना का पंथ है इससे पवित्र और क्या हो सकता है, जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी का महंत गणेश ,रवीं बांधे, दिलीप आडिल,सविता जोशी,कुसुम रात्रे,जानकी आडिल,सुनीता बंजारे सहित उपस्थित जन मानस ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया जयंती कार्यक्रम में अखिल भारतीय छत्तीसगढ़ी महासभा के संयोजक डॉ सौरभ निर्वाणी ने भी बाबा जी के आदर्शों पर अपने विचार रखते हुए सभी को बाबा घासीदास जयंती की शुभकामनाएं दी ।