*60-40 रेसियों को दरकिनार कर सचिव रोजगार सहायक एवं तकनीकी सहायक पर लटक रहें मुसीबत की तलवार*
*दैनिक मूक पत्रिका सक्ति* – मालखरौदा जनपद अंतर्गत कई एक ग्राम पंचायत में सीधे-साधे सरपंचों का फायदा उठाते हुए मनरेगा कार्य में 60_40 रेसियों के बिना पेटी ठेकेदारों द्वारा सत्ता पक्ष के नेता से दबाव बनवाकर सामग्री वर्क का 25 लाख से 50 लाख रुपयें तक का कार्य स्वीकृत कराया गया है एवं उक्त पेटी ठेकेदारों द्वारा धड़ल्ले से कार्य प्रारंभ किया जा चुका था 60_40 रेसियों के बिना नियम विरुद्ध निर्माण करने पर क्षेत्र में सनसनी फैलने के कारण जनपद सीईओ द्वारा तत्काल संज्ञान लेते हुए सभी नियम विरुद्ध निर्माण कार्यों को बंद कराया गया है| पेटी ठेकेदारों द्वारा नियम विरुद्ध निर्माण कार्य कर सचिव रोजगार सहायक सहित तकनीकी सहायक पर मुसीबत के तलवार लटक रहे हैं जितने भी पेटी ठेकेदारों द्वारा जिस जिस पंचायत में मनरेगा मद से सामग्री वर्क नाली निर्माण पेवर ब्लॉक टो वाल स्वीकृत कराया गया है उसमें किसी भी पंचायत में 60_40 का रेशियो नहीं है इसके बावजूद नियम विरुद्ध सरपंचों को साठ-गांठ करके कार्य प्रारंभ किया गया था सरपंचों का कार्यकाल की अवधि मात्र दो महा बचा है उसके बाद आचार संहिता लगने वाला है हालांकि पेटी ठेकेदारों द्वारा नियम विरुद्ध निर्माण कार्य करने पर सरपंचों का ज्यादा कुछ भी बिगड़ने वाला नहीं है लेकिन सचिव रोजगार सहायक तकनीकी सहायकों का मुसीबत बढ़ते नजर आ रहा है| संबंधित कर्मचारियों को एक्ट लागू मनरेगा के कार्य में गंभीरता पूर्वक ध्यान में लेने की आवश्यकता है| उक्त तीनों कर्मचारियों को आगे भी नौकरी करना है इस स्थिति में ठेकेदारों सहित सरपंचों के झांसे में ना आना उनलोगों के हित में है |
*पंचायत के मजदूरों को किनारे रखकर दूसरे पंचायत के मजदूरों से करवाया जा रहा निर्माण कार्य*
आरोप है कि मालखरौदा जनपद अंतर्गत कई ग्राम पंचायत में मनरेगा मद से निर्माण कार्य कराया जा रहा था उसे पंचायत की मजदूरों को किनारे रखकर दूसरे पंचायत के मजदूरों से पेटी ठेकेदार द्वारा कार्य कराया जा रहा था जिसके कारण ग्राम के मजदूरों को कार्य से वंचित होना पड़ा है पेटी ठेकेदारों द्वारा दूसरे पंचायत की मजदूरों को कार्य मे रखकर दो गुना लाभ दिया गया है जिसके कारण ग्राम के दूसरे एवं तीसरी पार्टी भी संज्ञान ले रहे हैं और सूचना का अधिकार आवेदन की भी तैयारी की जानकारी बात सामने आ रही है|
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आरोप में बताया जा रहा है कि पेटी ठेकेदारों द्वारा पंचायत को छोड़कर दूसरे पंचायत के मजदूरों से कार्य कराया जा चुका है और पंचायत के पंजीकृत मजदूरों के नाम पर मस्टर और जनरेट कराकर फर्जी हाजिरी भरकर मालखरौदा जनपद में जमा भी किया जा चुका है| फर्जी हाजिरी को तकनीकी सहायक कर रहें मूल्यांकन आरोप में बताया गया कि मालखरौदा जनपद में तकनीकी सहायक द्वारा फर्जी हाजिरी को मूल्यांकन किया गया है जिसकी जानकारी इकट्ठा करने में ग्रामीण जुटे हुए हैं मूल्यांकन करने की जानकारी होने पर एक नहीं अनेक सूचना का अधिकार लगने की जानकारी सामने आ रही है| खासतौर पर आरोप है कि 60_40 का रेसियों नहीं होने के बावजूद भी सत्ता पक्ष के नेता के दबाव में 25 लाख से 50 लाख रुपये का दबाव बनवाते हुए स्वीकृत होना सत्ता पक्ष नेता की छवि धूमिल होने की बात सामने आ रही है भविष्य में इस प्रकार का फर्जी निर्माण के संरक्षण देना संबंधित कर्मचारियों द्वारा खुद लिए बड़ी मुसीबत को उत्पन्न करने से इनकार नहीं किया जा सकता|